फिर शुरू हुआ मजदूरों का पलायन

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फिर शुरू हुआ मजदूरों का पलायन

आलोक कुमार  
पटना.कोविड-19 का दूसरा कहर बरकरार है.अब इससे लोग भयभीत होने लगे हैं.दरअसल भयभीत नहीं होना है,बल्कि कोरोना गाइडलाइन का पालन कर कोरोना को जमकर जवाब देना है.फिलहाल पूरे बिहार में कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है.01अप्रैल को 488, 02अप्रैल को 662, 03अप्रैल को 836, 04अप्रैल को 864, 05अप्रैल को 935, 06 अप्रैल को 1080 और 07अप्रैल को 1527 पॉजिटिव पाये गये.विश्व स्वास्थ्य दिवस के दिन बुधवार को रिकार्ड 1527 नए मामले सामने आए, इनमें अकेले पटना में 522 मिले.पटना के अलावे बिहार के अन्य सर्वाधिक प्रभावित जिलों में भागलपुर में 78,बेगूसराय में 27, सारण में 33, सहरसा में 30, वैशाली 28, प. चंपारण में 28, जहानाबाद 98, मुजफ्फरपुर 74, नालंदा 22, नवादा 21, मुंगेर 32, समस्तीपुर 13, भोजपुर 39, दरभंगा 14, औरंगाबाद 31, गया में 128 मामले सामने आए हैं.जबकि कोरोना संक्रमण के 5925 एक्टिव मामले हैं.बिहार के 38 जिले के 17 जिले में कोरोना का प्रवेश हो गया है. 

बता दें 19 मार्च 2021 को बिहार में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या महज 436 थी, जो 7 अप्रैल को बढ़कर 5925 हो गई है.इसके कारण अब बिहार में कोरोना संक्रमण के दूसरा लहर से डरने की जरूरत है.जिस तरह से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रही है, उससे राज्य सरकार भी चिंता में आ गई है.ऐसे हालात में एक बार फिर राज्य पर लॉकडाउन की स्थिति बनने लगे हैं.हम सभी को पहले से ज्यादा सर्तकता बरतने की जरूरत है.कोरोना के बढ़ते मामले के रोकथाम के लिए कई राज्यों ने अपने-अपने हिसाब से नाइट कर्फ्यू लगा दिया है. तो कई गाइडलाइंस के तहत सार्वजनिक समारोह से लेकर स्कूल कॉलेजों तक बंद कर दिए गए हैं.  

इस साल में बीते 24 घंटे में बिहार में कोरोना संक्रमण के रिकार्ड 1527 नए मामले सामने आए हैं.बिहार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में सूबे में कोरोना संक्रमण के 1527 नए मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है.जहां बीते मंगलवार को 1080 मामले सामने आए थे वहीं आज 1527 मामले सामने आएं हैं.इस तरह देखा जाए तो कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रही है.पटना में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मिलने का सिलसिला लगातार जारी है.आज यहां 522 नए मामले सामने आए हैं.जबकि मंगलवार को 486 मामले सामने आए थे.वहीं विगत 24 घंटे में कुल 85,050 सैम्पल की जांच हुई है.अबतक कुल 2,64, 402 मरीज ठीक हुए हैं.बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत घटकर 97.24 हो गया है. 

बिहार की यह विडंबना है कि मजदूर दूसरे राज्य में जाकर अपनी रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करते हैं. और ऐसे में कोरोना का दूसरे लहर को देखते हुए राज्य सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किया है. इस कारण से मजदूरों को डर सताने लगा है कि फिर से लॉकडाउन की स्थिति ना बन जाए. इस कारण से मजदूरों का घर आना एक बार फिर से शुरू हो गया है. 

कहते हैं कि हम भूखे रहे. मीलों पैदल चले. अपने बच्चों को कांधे पर रख ना धूप देखा ना बरसात. बच्चों ने पूछा तो जवाब दिया, बस बेटा अगले चौक से बाएं अपना घर है. बैरिकेडिंग पर घंटों रुके. पुलिस के डंडे खाए. चार दिन का सफर घर पहुंचने की आस में गुजरा. हम जो पहने थे, बस वही पहन कर घर की ओर चल निकले. अब हम यह सब दुबारा नहीं देखना चाहते. यह कहना है, उन तमाम लोगों का जिन्होंने लॉकडाउन में मीलों का सफर पैदल ही तय किया था. अब कोरोना के बढ़ते मामले को देखकर लोग उन दिनों को दुबारा नहीं जीना चाहते. इसी कारण प्रवासी मजदूरों का घर लौटना शुरू हो चुका है, क्योंकि सभी को लॉकडाउन का डर सताने लगा है. इसके मद्देनजर पूर्व मध्य रेल ने स्पेशल ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया है. 
 
कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर अब प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. संक्रमितों की संख्या को देखते हुए पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स में 24 घंटे का कंट्रोल रूम शुरू किया गया है, जो दिन रात काम करेगा. यहां कर्मचारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे संक्रमितों और उनके परिवार को कोई समस्या नहीं होने पाए.जिला प्रशासन ने बुधवार को तीनों संस्थानों का आपात कालीन नंबर जारी कर दिया है.पटना मेडिकल कॉलेज में बनाए गए नियंत्रण कक्ष का नंबर 0612-2304104 है. यह राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर में कार्यरत रहेगा. उसका 24 घंटे संचालन सुनिश्चित किया गया है. नियंत्रण कक्ष में वरीय नोडल पदाधिकारी स्थापना उप समाहर्ता पटना को एवं अस्पताल समन्वयक के रूप में डॉ अजय अरुण की तैनाती की गई है.यहां कर्मचारियों को तीन पालियों में प्रतिनियुक्ति की गई है. 

एनएमसीएचमें बनाए गए नियंत्रण कक्ष का नंबर 0612-2630104 जारी किया गया है. यह आई बैंक के ऊपरी तल्ला पर बीएमएसआईसीएल के कार्यालय में कार्यरत रहेगा.वरीय नोडल पदाधिकारी के रूप में अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी पटना सिटी तथा अस्पताल समन्वयक के रूप में डॉ मनोहर लाल, सहायक प्राध्यापक पैथोलॉजी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. यहां भी 3 शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी.पटना एम्स में बनाए गए नियंत्रण कक्ष का नंबर 0612-2451245 जारी किया गया है. यहां वरीय नोडल पदाधिकारी के रूप में वरीय उप समाहर्ता इश्तियाक अजमल को बनाया गया है. यहां भी संक्रमित और उनके परिजनों की सुविधा के लिए तीन पाली में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. 

इस बीच बिहार सरकार लगातार अलर्ट पर है. इसी कड़ी में पटना में 6 क्वारंटीन सेंटर दोबारा शुरू कर दिए गए हैं.इसमें दो शहर और चार ग्रामीण इलाकों में हैं. राजधानी में पाटलिपुत्रा अशोका में 165 और सगुना मोड़ स्थित राधा स्वामी आश्रम में 60 बेड की व्यवस्था की गई है.इसके अलावा बाढ़, दानापुर और पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय में भी क्वारंटाइन सेंटर चालू किए जा रहे हैं. पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों को इन्हीं सेंटरों पर रखा जाएगा.सिविल सर्जन डॉक्टर विभा सिंह के मुताबिक पटना जिले में अभी कोरोना संक्रमितों की संख्या कम है.जो लोग संक्रमित हैं, वे अपने घरों में ही आइसोलेशन को प्राथमिकता दे रहे हैं. 

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