वेंटिलेटर नहीं मिलने की वजह से दम तोड़ दिया शोभा टुडू ने

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वेंटिलेटर नहीं मिलने की वजह से दम तोड़ दिया शोभा टुडू ने

आलोक कुमार  
राँची. हर फन में माहिर थे शिशिर टुडू.शिशिर टुडू  प्रसिद्ध लेखक, स्क्रिप्ट राइटर, एडिटर, फिल्म डायरेक्टर,गीतकार,वाइस ओवर आर्टिस्ट और ट्रांसलेटर थे.जब शिशिर टुडू का निधन हुआ था,तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बाबूलेन स्थित घर में श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे और टुडू की धर्मपत्नी शोभा टुडू  को सांत्वना दिये थे.मगर जरूरत पड़ने पर शोभा टुडू को मुख्यमंत्री और उनके सिस्टम साथ नहीं दिया.  सदर अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं रहने के कारण दम तोड़ दीं. 

जनजातीय परामर्शदातृ परिषद सदस्य रतन तिर्की ने कहा कि शोभा टूडु को सदर अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हो पाया. हालांकि उनका ऑक्सीजन लेबल 80/90था. लेकिन वह कहती रहीं कि उनको तकलीफ हो रही है.उन्होंने कहा कि रविवार को सुबह उनकी बेटियों ने मां की तबीयत के बारे में जानकारी दी.तो रतन तिर्की  ने तुरंत झारखंड की राजधानी रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (रिम्स) के अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप  को फोन सुबह 09:55 में किया.उन्होंने पहली बार में तो फोन नहीं उठाये.. दुबारा फोन करने पर डॉ.साहब  उठाएं.  

जनजातीय परामर्शदातृ परिषद सदस्य रतन तिर्की ने आगे कहा कि रिम्स के अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप परिचय पूछा तो उनको बताया गया.इसके बाद डॉ. विवेक कश्यप ने कहा कि एक भी बेड और वेंटिलेटर खाली नहीं है.इस पर डॉ. विवेक कश्यप को बताया गया कि आज के अखबारों में तो बताया जा रहा कि बेड और वेंटिलेटर उपलब्ध है. इस पर डॉ. विवेक कश्यप ने कहा कि अख़बारों के आंकड़े सही नहीं है. डॉ. विवेक कश्यप ने कहा कि एक बार अस्पताल मे पूछ लिया जाये. तो उन्होंने कहा कि दो घंटे के बाद आपको हम बताएंगे.दो घंटे के बाद डॉ. विवेक को फोन किया गया तो नाट रीचेबल  कहकर टर्टराने लगा. 
इन दो घंटे के बाद तो कई दो घंटे गुजर गये.मगर वेंटिलेटर ही उपलब्ध नहीं हो पाया और शोभा टूडु सिस्टम पर और व्यवस्थाक पर सवाल खड़ा करके संसार को अलविदा कर दी. 

कोरोना की पहली लहर में औसतन गंभीर रोगियों में एसपीओटू (ऑक्सीजन का स्तर) 90 फीसद से नीचे था, लेकिन इस बार 80 से नीचे मिल रहा है. मौजूदा समय में 70 से 80 फीसद ऑक्सीजन क्षमता के रोगी आ रहे हैं. इन्हें आइसीयू में रखा जाता है.30 से 40 फीसद ऑक्सीजन वाले मरीज भी आए थे, लेकिन कुछ ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया था. 
 

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