तो अनशन पर बैठ जाएंगी पूर्व सांसद रंजीत रंजन

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

तो अनशन पर बैठ जाएंगी पूर्व सांसद रंजीत रंजन

आलोक कुमार  
पटना.कांग्रेस की पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने ट्वीट कर कहा, 'नीतीश जी, पप्पू जी कोरोना निगेटिव हैं, अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको, इस साजिश में शामिल चार लोगों एवं एंबुलेंस चोरों को सीएम आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं.' 

कांग्रेसी नेता पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने भाजपा और नीतीश कुमार सरकार से महामारी के समय निम्न-श्रेणी की राजनीति से बचने का आग्रह करते हुए, उन्होंने अपने पति की रिहाई की मांग की. उन्होंने कहा कि उनके पति ने बिहार में एक कोरोना योद्धा की तरह लड़ाई की और घातक वायरस से संक्रमित लोगों के हर वर्ग की मदद की है. 

अगर राज्य सरकार ने मेरे पति को रिहा नहीं किया तो मैं भूख हड़ताल पर बैठ जाउंगी. मेरे पति को 32 साल पुराने मामले में जेल भेज दिया गया था. अगर वह कोरोना पॉजिटिव हो जाएंगे तो बिहार के लोग बीजेपी सासंद राजीव प्रताप रूडी, भाजपा और नीतीश कुमार को माफ नहीं करेंगे.''  

रंजीत रंजन, पूर्व सांसद राजीव प्रताप रुडी पर निशाना साधते हुए कहा ''मुझे राजीव प्रताप रूडी का नाम लेते हुए शर्म आ रही है. बिहार में उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है. वह कौशल विकास मंत्री कैसे बने और नरेंद्र मोदी सरकार से उन्हें क्यों बर्खास्त किया गया. वह केवल एक पैरवीकार के अलावा कुछ नहीं हैं.  

भाजपा सासंद ने बदला लेने के लिए पप्पू यादव को जेल भेजने के लिए अपनी लॉबी का इस्तेमाल किया.''मेरे पति ने बिहार के आम लोगों के हित में रूडी को बेनकाब किया.रूडी अपनी निजी संपत्ति की तरह सांसद निधि से तीन दर्जन से अधिक एंबुलेंस अपने पास रख रहे थे. राज्य सरकार ने रूडी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय मेरे पति को गिरफ्तार किया.''  

रंजीता रंजन, पूर्व सांसद पप्पू यादव दो लोगों के अपहरण के 32 साल पुराने मामले में जेल में बंद हैं. अब, राजकुमार यादव नाम के एक अपहृत व्यक्ति ने मीडिया के सामने आकर कहा कि यह एक भ्रम का मामला था.साल 1989 में राजकुमार यादव और उमाकांत यादव पप्पू यादव के करीबी सहयोगी थे, लेकिन एक लड़की की शादी को लेकर उनके बीच विवाद पैदा हो गया. राजकुमार यादव के चचेरे भाई शैलेंद्र यादव ने मधेपुरा के मुरलीगंज थाने में 29 जनवरी 1989 को राजकुमार यादव और उमाकांत यादव के अपहरण के आरोप में पप्पू यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी . 

अब, राजकुमार यादव ने खुलासा किया, मैं और उमाकांत पप्पू यादव के वाहन में बैठे थे. कुछ घंटों के बाद, हम पप्पू यादव के घर से निकले और मधेपुरा पहुंचे. हमें शुरू में लगा कि हमारा अपहरण हो गया लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं हुआ था. मामला भ्रम में दर्ज किया गया था और मधेपुरा पुलिस ने उस मामले में अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. '' 

बता दें कि जाप अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को मंगलवार सुबह पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उन्हें पीएमसीएच के कोविड वार्ड में जाने को लेकर गिरफ्तार किया गया. इससे पहले पुलिस टीम मंदिरी स्थित उनके आवास पर पहुंची. यहां दो घंटे तक उन्हें रखा फिर  गांधी मैदान थाने लेकर चली आयी.कुछ घंटे बाद पुलिस अफसरों ने कहा कि पप्पू यादव पर मधेपुरा में एक अपहरण और हत्या के 32 साल पुराने मामले में वारंट था.मधेपुरा पुलिस ने पटना पुलिस से संपर्क किया था.देर शाम मधेपुरा पुलिस एक डीएसपी के नेतृत्व में पटना पहुंची और उनको अपने साथ लेकर चली गई. 

इस बीच जाप सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव को वीरपुर उपकारा जेल से DMCH दरभंगा भेजा गया. इस दौरान DMCH दरभंगा के बाहर उनके समर्थकों की भारी भीड़ रही. जाप सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव को बेहतर इलाज के लिए DMCH दरभंगा में भेजा गया है. इस दौरान उनकी सुरक्षा के लिए कई थानों की पुलिस के साथ दो DSP भी नजर आए. उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल भेज गया है.  

इस बीच जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद जाप कार्यकर्ता जगह-जगह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार के कई जिलों से प्रदर्शन की तस्वीर सामने आ रही है. मंगलवार की शाम बिहार के गया जिले में जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा, " जब तक पप्पू यादव को सरकार रिहा नहीं करती, तक लॉकडाउन का तोड़कर सड़कों पर आंदोलन करेंगे." 

शुक्रवार को नयका रोड स्थित मोहिउदीनपुर गांव के पास जाप के प्रदेश सचिव राजू कुमार कुसुम के नेतृत्व में जाप संरक्षक पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में सरकार की अर्थी जुलूस निकाल जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए गए.जाप कार्यकर्ताओं ने मोहिउदीनपुर गांव से जुलूस को निकालकर दनियावां-सरमेरा पथ पर पहुंचे.इसके बाद अर्थी को आग के हवाले कर दिया.कार्यक्रम में शामिल जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद यादव ने बताया कि पप्पू यादव इस महाविकट परिस्थिति में गरीबों के मसीहा के रुप में उभर रहे थे. लगातार लोगों की सेवा के लिए दिन-रात एक किए हुए थे. उनके इसी रुप को देख सरकार घबरा गई और साजिश के तहत जानबूझकर उन्हें जेल भेज दिया.उन्होंने अविलंब उन्हें रिहा करने की मांग की.इस मौके पर कार्यकर्ता के रूप में दिवाकर यादव के साथ-साथ कई गांव के युवा मौजूद थे. 

जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पत्नी और पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने गुरुवार को नीतीश कुमार सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला और धमकी दी कि अगर पप्पू यादव को रिहा नहीं किया गया तो वह अनशन पर बैठ जाएंगी. पूर्व सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अब आपने छेड़ दिया है, तो हम भी छोड़ने वाले नहीं है. 
 

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :