रांची.भीमा कोरेगांव कांड में साजिशतन गिरफ्तार फादर लुर्दस्वामी स्टेन की जमानत याचिका पर बीस मई को सुनवाई होनी है ..बता दें कि यह मामला 31 दिसंबर, 2017 के एल्गार परिषद की घटना से संबंधित है.इससे पहले स्टैन स्वामी से रांची में सात अगस्त को दो घंटे पूछताछ की गई थी और बाद में उन्हें आगे की पूछताछ के लिए मुंबई के नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए)कार्यालय में बुलाया गया था. हालांकि उन्होंने एजेंसी को सूचित किया था कि वह अपना उम्र और कोरोना वायरस महामारी के कारण यात्रा नहीं कर सकते हैं.
महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने रांची के रहने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टैन स्वामी को गिरफ्तार कर लिया.84 साल के स्टैन स्वामी को पूछताछ के बाद रांची से गिरफ्तार किया गया.इससे पहले स्वामी ने भीमा-कोरेगांव में किसी तरह की अपनी संलिप्तता से इनकार किया था.
भीमा कोरेगांव केस की जांच के सिलसिले में एनआईए ने स्वामी को रांची से हिरासत में लिया.हालांकि, स्वामी को 8 अक्टूबर, 2020 को सीपीआई (माओवादी) की गतिविधियों में कथित रूप से शामिल होने और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के एजेंडे को आगे बढ़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.अधिकारियों ने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया कि उनसे दोबारा पूछताछ क्यों की की गई?
बता दें कि भीमा कोरेगांव केस में 11 अन्य राजनीतिक कैदियों को तलोजा जेल में रखा गया. उनलोगों पर आरोप है कि वह प्रतिबंधित माओवादी संगठनों से जुड़े हुए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे थे.आलोचकों का कहना है कि राव, एक प्रसिद्ध तेलुगु बुद्धिजीवी, कवि और प्रोफेसर हैं, और मौजूदा राजनीतिक सत्ता के आलोचक होने के कारण उन पर जुल्म किया जा रहा हैं.भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी वरवरा राव को तलोजा जेल में चक्कर आने की शिकायत के बाद मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.बाद में मेडिकल ग्राउण्ड में जमानत मिलने पर बाहर हैं.
अब फादर स्टेन स्वामी को इलाज के लिए जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोपहर करीब 2 बजे उसे भी टीका लगाया गया.ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि एमएच के गृह मंत्री ने श्री शरद पावर की बेटी सुश्री सुप्रिया सुले के माध्यम से किए गए अनुरोध पर हस्तक्षेप किया है.इस प्रक्रिया में जेसुइट्स की एक टीम फादर जोय जेवियर,फादर फ्रेजर और सेड्रिक प्रकाश के नेतृत्व में मीडिया ने अधिकारियों पर दबाव बनाने में अहम भूमिका निभाई.सबसे बढ़कर, आप सभी ने प्रार्थना की है.हमारी प्रार्थना सुनी जाती है.कृपया प्रार्थना करना जारी रखें.फादर लुर्दस्वामी स्टेन के स्वास्थ्य को लेकर मेडिकल जमानत याचिका पर आज 20 मई को मुंबई हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है.
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