वर्तमान में राजीव गांधी की प्रासंगिकता"

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वर्तमान में राजीव गांधी की प्रासंगिकता"

आलोक कुमार  
पटना.21वीं सदी के स्वप्नद्रष्टा, कंप्यूटर क्रांति के जनक, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी  रिसर्च विभाग, विचार विभाग तथा पंचायती राज संगठन के संयुक्त तत्वावधान में वर्चुअल सेमिनार "वर्तमान में राजीव गांधी की प्रासंगिकता" विषय पर आयोजित हुआ सेमिनार की अध्यक्षता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा ने की. 


सेमिनार को संबोधित करते हुए बिहार कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास ने कहा कि राजीव गांधी के रूप में एक ऐसा व्यक्तित्व नेतृत्व के लिए देश को प्राप्त हुआ था जो देश के भावी यात्रा के संबंध में अपनी एक निर्धारित दिशा दे सकता था.एक ऐसी दिशा जो राजनीति को बंद कमरों से बाहर निकालकर खुला आकाश देने की आकांक्षा से भरी हुई थी.राजीव गांधी ने कंप्यूटर क्रांति के क्षेत्र में, कृषि विकास के क्षेत्र में, युवा विकास के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति लाकर देश को रोजगार के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में अनेकों ऐसे कार्य किए जिसके बदौलत आज भारत अपने पैरों पर खड़ा हो सका है. 

भारत में पंचायती राज व्यवस्था को प्रस्थापित करने का प्रयास कर राजीव जी ने एक सच्चे अनुयाई के तरह महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने का प्रयास किया. सेमिनार को अध्यक्षीय संबोधन में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा ने कहा कि राजीव गांधी भारत को सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे. उनकी परिकल्पना थी कि 21वीं सदी में भारत सभी प्रकार से विकसित होकर अपने पैरों पर खड़ा होकर भारत ही नहीं बल्कि विश्व का नेतृत्व करें और उन्होंने बड़े ही कम समय में भारत देश को आत्मनिर्भर बनाया और विश्व राजनीति में अपनी मजबूत पहचान बनाई. 

बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनिल शर्मा ने कहा कि राजीव गांधी बड़े ही तीक्ष्ण बुद्धि और प्रतिउत्पन्नमतित्व के व्यक्ति थे.दुनिया राजीव गांधी पर भरोसा करती थी और उन्हें शांति दूत के रूप में देखा जाता था. 

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने  कहा कि राजीव गांधी के कुशल नेतृत्व में देश ने पूरी दुनिया का भरोसा जीता और जहां भारत में उन्हें एक कर्तव्यनिष्ठ, आदर्श पुरुष कह कर पुकारा वही दुनिया ने उन्हें मिस्टर क्लीन की संज्ञा दी. 

बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ समीर कुमार सिंह ने कहा कि राजीव गांधी के रूप में एक अनमोल रत्न हमें प्राप्त हुआ सदियों सदियों में ऐसा नेतृत्व देश को प्राप्त होता है. 

बिहार कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौर ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी ने अत्यंत अल्प समय में भारत के सर्वागीण विकास कर दुनिया के राष्ट्रों की मंडली में अग्रणी पंक्ति में खड़ा कर दिया था. खाद्यान्न के क्षेत्र में भारत पूरी तरह आत्मनिर्भर होकर दुनिया को सहायता करने की स्थिति में था. 

सेमिनार को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय पैनलिस्ट  डॉ अजय उपाध्याय ने राजीव गांधी द्वारा निशस्त्रीकरण के दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की सराहना की. 

सेमिनार का विषय प्रवर्तन करते हुए रिसर्च विभाग तथा मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष आनन्द माधव ने कहा कि राजीव गांधी जब देश के सत्ता में आए उस समय देश में अस्थिरता का वातावरण पैदा हो गया था लेकिन अपने सूझ बूझ से उन्होंने एक एक कर सभी समस्याओं का निदान ढूंढा और आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक सभी क्षेत्रों में समन्वय स्थापित कर देश को प्रगति के मार्ग में अग्रसर किया. 

सेमिनार का संचालन करते हुए विचार विभाग के चेयरमैन डॉ शशि कुमार सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत के निर्माण में राजीव गांधी की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण है वह ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने महत्वकांक्षी परिकल्पना की और इसके लिए वैज्ञानिक दृष्टि, सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर जैसे आधुनिकतम वैज्ञानिक साधनों को आधार बनाने की बात कही इसके अतिरिक्त महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज्य की कल्पना को साकार करने के लिए उन्होंने पंचायती राज और नगरपालिका विधेयक को संसद में पास कराने का प्रयास किया. 

आंतरिक क्षेत्र में पंजाब, असम, मिजोरम, त्रिपुरा जैसे आतंकवाद से ग्रसित राज्यों की समस्याओं का सफलतापूर्वक समाधान किया वहीं अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में श्रीलंका, चीन, मयमार, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव जैसे पड़ोसी देशों, दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका मध्य पूर्व तथा महा शक्तियों में संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस के साथ भारत के संबंधों को सुधारने के लिए उन्होंने जिस व्यवहारिक नीति को अपनाया उसका मूल्यांकन वर्तमान की समस्याओं के संदर्भ में आज सर्वाधिक प्रसांगिक है. 

अपने धन्यवाद ज्ञापन में राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष असफर अहमद ने कहा कि आज पंचायतों को जो स्वायत्तता मिली है तथा उस में महिलाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित हुई है वाह राजीव गांधी की देन है राजीव गांधी सत्ता के विकेंद्रीकरण विश्वास रखते थे आज पंचायतों तथा नगर निगम के माध्यम से जमीनी स्तर पर अत्यधिक विकास देखने को मिल रहा है. 

सेमिनार को संबोधित करने वाले प्रमुख वक्ताओं में चंद्रप्रकाश सिंह, जया मिश्र, अजय यादव, डॉ मधुबाला,  संजीव सिंह, ऋषि मिश्रा,फोजिया राणा, राकेश सिंह पप्पू, राकेश सिंह, मनजीत आनन्द साहू, मृणाल अमान्य, आदि प्रमुख थे. 

 

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