पटना.पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के वरिष्ठ नेता दिवंगत रघुवंश बाबू की जयंती.रघुवंश बाबू की जयंती पर लालू परिवार के सदस्यों ने भी उन्हें याद किया तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी खुद को रोक नहीं पाए.रघुवंश बाबू की जयंती के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लालू परिवार को एक लोटा पानी की याद दिला दी. दरअसल जीतन राम मांझी ने लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के उस बयान को लेकर लालू परिवार पर तंज कसा है जिसमें उन्होंने रघुवंश बाबू को एक लोटा पानी बताया था.
दिग्गज नेता और बिहार के वैशाली क्षेत्र के राष्ट्रीय जनता दल के सांसद डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह का जन्म 06 जून 1946 में हुआ था.अपने स्वभाव की वजह से वे राजद के साथ साथ सभी दलों के नेताओं के साथ घुले मिले हुए थे.
जेपी आंदोलन से बने संबंध के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और रघुवंश प्रसाद दोनों एक दूसरे के बेहद करीब भी रहे.जब 1990 में लालू प्रसाद बिहार के मुख्यमंत्री बने तो रघुवंश प्रसाद सिंह को विधान पार्षद बनाया, जबकि वह विधानसभा चुनाव हार चुके थे. वहीं जब एच डी देवेगौड़ा प्रधानमंत्री बने तो लालू प्रसाद ने उन्हें बिहार कोटे से मंत्री बनवाया.पर सही मायनों में देखा जाए तो रघुवंश प्रसाद सिंह की राष्ट्रीय राजनीति में पहचान अटल सरकार के दौरान बतौर आरजेडी नेता के रूप मिली. तब लालू प्रसाद बिहार के मधेपुरा से लोकसभा चुनाव हार गये थे.रघुवंश प्रसाद सिंह लोकसभा में पार्टी के नेता बने.
बहरहाल,जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता रघुवंश बाबू को श्रद्धांजलि दी. जीतन राम मांझी ने लिखा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ समाजवादी नेता और मनरेगा मैन से पहचाने जाने वाले रघुवंश बाबू जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन.लेकिन उनकी जयंती पर आज घड़ियाली आंसू बहाने वालों एक लोटा पानी की कीमत आपलोग कभी नहीं समझ पाओगे.
दरअसल की जयंती पर जिस तरह लालू परिवार की तरफ से श्रद्धांजलि दी गई.उसके बाद मांझी ने रघुवंश बाबू के चाहने वालों के बीच लालू परिवार की हकीकत को एक बार फिर बेपर्दा करने की कोशिश की है. जिसमें आरजेडी के वरिष्ठ नेता को अपने अंतिम दौर में किस तरह अपमानित होना पड़ा था.
आपको बता दें कि रघुवंश बाबू ने अपने राजनीतिक सफर के आखिरी में आरजेडी को अलविदा करने का फैसला किया था. उन्होंने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को इस बाबत पत्र भी लिखा था. लेकिन लालू यादव ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया.
रघुवंश बाबू ने इस दौरान दम तोड़ दिया और उसके बाद लगातार लालू परिवार पर यह आरोप लगता रहा कि तेजप्रताप यादव की तरफ से दिए गए विवादित बयान को रघुवंश बाबू बर्दाश्त नहीं कर पाए. तेजप्रताप के एक लोटा पानी वाले बयान को लेकर लालू परिवार विधानसभा चुनाव के दौरान भी घिरा रहा और अब एक बार फिर मांझी ने उस बयान को रघुवंश बाबू की जयंती पर ही ताजा कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ समाजवादी नेता मनरेगा मैन आदरणीय रघुवंश बाबू जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन.
शिव प्रताप सिंह ने कहा कि रघुवंश बाबू राजद के संस्थापक थे लेकिन अंतिम समय में इनको पार्टी से बेइज्जत कर के निकाला गया और इनकी तुलना समुंदर में से एक लोटा पानी से किया गया शायद अब राजद का पतन का समय आ गया है ये लोग भूल गए है कि पार्टी का अस्तित्व कार्यकर्ता से होती है.
अंतत: राजद नेता तेजप्रताप यादव ने पश्चताप में कहा कि समाजवाद के बरगद रूपी स्तंभ, एक खाँटी जननेता जो सदैव जनता के बीच उन्हीं के रूप में रहें एवं आधुनिक भारत के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाले मनरेगा मैन आदरणीय रघुवंश प्रसाद सिंह जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments