प्रतापगढ़.यूपी के प्रतापगढ़ जिले में रविवार को एक टेलीविजन पत्रकार की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई.मृतक पत्रकार की पहचान सुलभ श्रीवास्तव के रूप में हुई है.यह पत्रकार ने पुलिस अधिकारियों से कहा था कि मेरी जान को खतरा है. एबीपी न्यूज के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने अपर पुलिस महानिदेशक, प्रयागराज जोन, प्रयागराज को 12.06.2021 को जान माल की सुरक्षा किए जाने के संबंध में पत्र लिखा.यूपी पुलिस के द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण 13 जून को पत्रकार की संदेहास्पद मौत हो गयी.इस मौत के बाद पुलिस गंभीर होकर 14 जून को पत्रकार की पत्नी को सुरक्षा देने का भरोसा दिया.
अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी प्रतापगढ़ ने कहा कि पौल से टकराकर मौत हुई है.यूपी सरकार ने सुलभ की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है. उनके परिवार को सुरक्षा और आर्थिक मदद भी दी जाएगी. सुलभ के परिवार से मिलने के बाद एडीजी प्रेम प्रकाश ने जानकारी दी है.
एबीपी न्यूज के पत्रकार सुमित अवस्थी कहते हैं कि सुलभ के अचानक चले जाने से एबीपी परिवार को बड़ा धक्का लगा है! उनकी मौत क्यों और कैसे हुई. इस पर अभी सवाल हैं! दो दिन पहले ही अपनी जान को खतरा की बात बताकर पुलिस को चिठ्ठी लिखी थी.सुरक्षा की मांग की थी!
पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर आशंका जताई थी कि उन्हें जिले में शराब माफिया के खिलाफ हाल ही रिपोर्टिंग को लेकर जान का खतरा महसूस हो रहा है.
जो इस प्रकार है. एबीपी न्यूज के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने अपर पुलिस महानिदेशक महोदय, प्रयागराज जोन, प्रयागराज को 12.06.2021 को जान माल की सुरक्षा किए जाने के संबंध में पत्र लिखा था.पत्रकार ने लिखा कि अवगत कराना है कि प्रार्थी सुलभ श्रीवास्तव पुत्र स्व.हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव निवासी-सहोदरपुर पश्चिमी,रेलवे स्टेशन रोड,थाना कोतवाली-नगर ,जनपद-प्रतापगढ़ का है.
प्रार्थी प्रतिष्ठित न्यूज चैनल एबीपी न्यूज,एबीपी गंगा का जनपद प्रतापगढ़ का जिला संवाददाता है.श्रीमान जी विगत दिनों जनपद कुंडा ,हथिगवां,अंतू एवं अन्य कुछ थानाक्षेत्रों में पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में अवैध शराब का जखीरा एवं फैक्ट्री पकड़ी गई थी.जिसकी कवरेज प्रार्थी द्वारा भी की गई थी.इसके पश्चात दिनांक 09 जून 2021 को प्रार्थी द्वारा अपने न्यूज चैनल के डिजिटल प्लेटफार्म पर एक खबर चलाई गई थी.जिसके पश्चात कई लोगों द्वारा उक्त खबर को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं होने लगीं.कुछ लोगों द्वारा यह भी बताया गया कि कुछ शराब माफिया मेरी उस खबर को लेकर मुझसे नाराज भी हैं.
श्रीमान जी विगत दो दिनों से जब भी मैं घर से बाहर किसी कार्य से निकलता हूं तो मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि कोई मेरा पीछा कर रहा है.सूत्रों और चर्चाओं के आधार पर मुझे अथवा मेरे परिवार को कोई भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.मेरा परिवार भी काफी डरा एवं सहमा हुआ है.
अत: श्रीमानजी से सादर अनुरोध है कि मामले की जांच कराकर प्रार्थी एवं परिवार के जान माल की सुरक्षा किए जाने के लिए संबंधित को निर्देशित करने की कृपा करें. पुलिस अधीक्षक को प्रतिलिपि प्रेषित है.
प्रतापगढ़ के पुलिस अधिकारी सुरेंद्र द्विवेदी ने एक बयान में कहा, 'श्रीवास्तव रविवार की रात करीब 11 बजे, मीडिया कवरेज के बाद मोटरसाइकिल से लौट रहे थे, इसी दौरान वे एक ईंट भट्टे के पास मोटरसाइकिल से गिर गए. कुछ मजदूरों ने उन्हें सड़क से उठाया और उनके कुछ दोस्तों को फोन किया. इन्होंने एंबुलेंस भी बुलाई. श्रीवास्तव को डिस्ट्रिक्ट अस्पताल भी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.'
प्रतापगढ़ पुलिस ये बताने का कष्ट करेगी कि ये क्या है?हत्या को एक्सीडेंट बता कर पल्ला झाड़ रहे हो. यूपी सरकार से निवेदन है कि शराब माफियाओं एवं दोषी पुलिसकर्मियों पर, जो हत्या को एक्सीडेंट बता रहे हैं उन पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए.अगले ही दिन संदिग्ध हालत में उसकी लाश मिली. शर्ट खुली, पैंट उतरी हुई, चेहरे पर घाव.कुछ ही घण्टे में पुलिस बताती है कि हैंडपंप से टकराने से मौत हो गई. जिस चैनल में काम करते थे वो भी हादसा बता चुका है.
मृतक पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के घर प्रतापगढ़ जाकर पत्नी रेणुका श्रीवास्तव व परिवारजनों से मुलाकात कर आईपीएस प्रेम प्रकाश के द्वारा घटना के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, उक्त घटना का शीघ्र अनावरण करने का आश्वासन दिया.यूपी सरकार ने सुलभ की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है. उनके परिवार को सुरक्षा और आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
प्रतापगढ़ पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की हत्या से जिले में पत्रकारों में रोष है.पत्रकारों ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन है.मृतक के परिजनों को 50 लाख के मुआवजे की मांग किया है. परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की भी मांग की है.घटना की CBI जांच की मांग की गयी है.
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