आईएमए के बंद करने के आह्वान का असर दिखा

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आईएमए के बंद करने के आह्वान का असर दिखा

आलोक कुमार 
पटना.योग गुरु बाबा रामदेव ने चिकित्सकों को लेकर विवादस्पद बयान देकर बुरे फंस गये हैं.हालांकि बाबा रामदेव ने बयान वापस कर लिये हैं.मगर बयान वापसी को चिकित्सक मान नहीं रहे हैं.बयान के विरूद्ध में शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा ओपीडी सेवा 4 घंटे बंद कर रखा.आईएमए के बंद करने के आह्वान का असर बिहार में देखने को मिला. शुक्रवार के दिन आईएमए के आह्वान के कारण प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में सुबह 8:30 से दिन के 12:30 तक ओपीडी सेवाएं बंद रहीं. 

इस दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सभी जिलों के कार्यालय पर डॉक्टरों ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान डॉक्टरों ने जमकर बाबा रामदेव के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं राजधानी पटना के गांधी मैदान स्थित आईएमए भवन पर भी आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सहजानंद सिंह के नेतृत्व में चिकित्सकों ने धरना प्रदर्शन में भाग लिया और अपने ऊपर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से सख्त कानून बनाने की मांग की. 


आईएमए ने कहा कि बाबा रामदेव के चिकित्सा विज्ञान, चिकित्सा पद्धति, चिकित्सक विरोधी बयानों, कोविड शहीदों का अपमान एवं सरकार द्वारा नियत कोविड चिकित्सा एवं कोविड टीके के विरुद्ध बोलने के लिए देश के विभिन्न कानूनों के अंतर्गत कार्रवाई एवं सजा दिलाने की भी मांग की. 


बिहार आईएमए अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार ने पटना के गांधी मैदान स्थित आईएमए भवन में बीते दिनों मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि कोविड वैक्सीन पर पूरी दुनिया ने काफी खर्च किया है. लेकिन रामदेव के बयान के बाद वैज्ञानिक भी शक के दायरे में आने लगे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण कार्य प्रभावित हुआ है. साथ ही लोगों को जागरुक करने जा रहे कर्मियों के साथ मारपीट भी की जा रही है."बाबा रामदेव ने एक अपनी नकली दवा कोरोनील को बेचने के लिए आधुनिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े डॉक्टरों के बारे में भ्रामक प्रचार किया है. आईएमए की मांग है कि बाबा रामदेव पर सरकार कड़ी कार्रवाई करें. ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार का बाबा आकर चिकित्सा विज्ञान पद्धति के बारे में लोगों में भ्रम पैदा ना कर सकें." 

आईएमए बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि देशभर में चिकित्सकों के ऊपर हो रहे हमलों और बाबा रामदेव द्वारा दिए गए वक्तव्य के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर आज प्रदेशभर के सभी सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सीय संस्थानों में 4 घंटे तक ओपीडी कार्य बाधित किया गया है. 

कोरोना और इमरजेंसी से जुड़े जरूरी कार्य जारी हैं. विरोध स्वरूप सभी चिकित्सक आज काला बिल्ला लगाकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आईएमए के सभी जिला ईकाइयों पर स्थानीय चिकित्सकों ने एकजुट होकर अपना विरोध दर्ज कराया है.  

डॉ.अजय ने कहा कि आईएमए के आज के इस विरोध प्रदर्शन की दो डिमांड है, पहला यह कि बाबा रामदेव पर दंडात्मक कार्रवाई हो और दूसरा देश भर में चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर केन्द्रीय सुरक्षा कानून बनाया जाए. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर बनाए जानेवाले कानून में 10 साल की कड़ी सजा का प्रावधान हो. 
 

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