पटना. देश मे बेलगाम महंगाई और आर्थिक संकट पर कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर बनी हुई है.कांग्रेस पार्टी द्वारा विगत 7 जुलाई से महंगाई के खिलाफ शुरू किए गए आंदोलन के तहत आज कांग्रेस के प्रमुख नेताओं द्वारा देश के सभी राज्यों में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इसी के तहत बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और वर्तमान राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने महंगाई के मुद्दे पर संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया.
राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि ये मौसमी महंगाई नहीं मोदी महंगाई है.इस सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है और उन्हें लूट की खुली छूट दे रखी है. पेट्रो पदार्थों की मूल्यवृद्धि से आम जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.यूपीए सरकार के दौरान जिस अम्बानी अडानी ने अपने पेट्रोल पंप बन्द कर दिए थे आज वो मोदी सरकार के संरक्षण में तेल के मुनाफे कमा रहे हैं.
केंद्र की सरकार में न गंभीरता है न गहराई है और न ही सोच है. यूपीए ने राष्ट्रहित में अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार तेल की कीमतों के निर्धारण का काम शुरू किया बावजूद इसके यह सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में कमी के बावजूद आम देशवासियों से बढ़े हुए कीमत वसूल रही है.
कोरोना पर बोलते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि कोरोना के चरम पर दवाई की किल्लत और कीमत को जो सरकार नियंत्रित नहीं कर पाई उसके अंदर कानून का सही से पालन करा पाने तक की इच्छाशक्ति नहीं है. बांग्लादेश से लेकर केन्या तक से मदद मांगने वाली केंद्र सरकार को यूपीए के शासनकाल में आये सुनामी को याद कराते हुए उन्होंने कहा कि सुनामी के दौरान जब पूरा विश्व भारत को मदद की पेशकश कर रहा था तब तत्कालीन केंद्र के मनमोहन सरकार ने दृढ़ निश्चय दिखाते हुए स्वयं ही इस आपदा पर नियंत्रण प्राप्त किया.कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों पर लगातार देश की जनता के साथ खड़ी नजर आती है और क्षेत्रीय दलों में राजद को छोड़कर कोई और दल राष्ट्रीय मुद्दों पर मुखर होकर विरोध नहीं करतें.
खाद्य तेल की बढ़ी हुई कीमतों पर बोलते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि जिस देश के कृषि मंत्री खाद्य तेल की बढ़ी कीमतों पर बेतुका बयान देते हों कि मिलावट न होने के कारण तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, उनसे देश की आम जनता के पक्ष में फैसले की उम्मीद करना बेईमानी होगी.
उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान सरकार के दौरान बेरोजगारी अपने चरम पर है.दो करोड़ से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी का दंश कोरोनाकाल में झेल लिया है. बावजूद इसके केंद्र की मोदी सरकार ने राष्ट्रवाद के मुखौटे के आड़ में देश को लूटने की कुत्सित मानसिकता के साथ भारत की आत्मा के क्षरण का प्रयास किया है.
जनसंख्या नियंत्रण पर केंद्र सरकार की कानून बनाने की बात पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या अभी स्थिर है.वहीं कुछ राज्यों में ये राष्ट्रीय औसत से कम पर है.बावजूद इसके सरकार का रवैय्या चुनावी लाभ को लेकर आम जनता को दिग्भ्रमित करने वाला है ताकि असल मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सकें.
प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि 7 जुलाई से 17 जुलाई तक महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के तहत आगामी 17 जुलाई को पटना में बोरिंग रोड चौराहे से गांधी मैदान तक मार्च निकाला जाएगा.जिसमें बिहार के सभी बड़े राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे.
संवाददाता सम्मेलन में पूर्व राष्ट्रीय महासचिव व राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, वरिष्ठ नेता ब्रजेश पांडेय, प्रवक्ता जया मिश्र, असित नाथ तिवारी, मीडिया पैनलिस्ट सरवत जहां फातिमा, ज्ञान रंजन, ब्रजेश प्रसाद मनन, कुमार आशीष, स्नेहाशीष वर्धन पांडेय, शशि रंजन, लालबाबू लाल, मृगेंद्र सिंह, नागेंद्र कुमार विकल आदि प्रमुख नेता शामिल रहें.
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