विरासत में मिली सम्पत्ति बेच रही मोदी सरकार- दिग्विजय सिंह

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विरासत में मिली सम्पत्ति बेच रही मोदी सरकार- दिग्विजय सिंह

आलोक कुमार 
पटना.केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन (एमएमपी) प्रोग्राम के खिलाफ कांग्रेस द्वारा राष्ट्रव्यापी संवाददाता सम्मेलन के तहत अखिल भारतीय कांग्रेस के कमिटी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राज्यसभा के वर्तमान सांसद दिग्विजय सिंह ने आज सदाकत आश्रम में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया. 

केंद्र सरकार की देशविरोधी नीतियों पर उन्होंने विस्तार से संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया.केंद्र की मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि नालायक बेटा विरासत में मिली सम्पत्ति को बेचकर फिर कर्ज लेकर घी पीता है जबकि लायक बेटा विरासत में मिली सम्पत्ति में जोड़ता है.  

उन्होंने आगे पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, " पूर्वजों की जमा की गई संपत्ति को बचाने का काम लायक बेटा करता है. नालायक बेटा उसे बेचता है. जो बीजेपी कर रही है." उन्होंने कहा, " नरेंद्र मोदी देश के अच्छे प्रधानमंत्री  कैसे होंगे, वो देश की संपत्ति को बेचने का काम कर रहे हैं. वो उस नालायक बेटे जैसे हैं जो अपने पूर्वजों की संपत्ति बेच देता है. क्या जनता ने इसीलिए उन्हें सरकार में भेजा था."  

पीसी के दौरान उन्होंने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा, " नीतीश कुमार ने समाजवाद का साथ छोड़कर बीजेपी का हाथ पकड़ा है. बिहार के जेपी विश्वविद्यालय में राम मनोहर लोहिया और जेपी नारायण जीवनी के विषय को निकाल कर बाहर कर दिया है. यह सब काम बीजेपी के इशारों पर हो रहा है. नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए उनके साथ हैं." 

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की नीति नालायक बेटे की तरह है क्योंकि वो देश के आम लोगों द्वारा दिए गए लाखों-करोड़ों रुपये के बनाये गए पब्लिक सेक्टर को बेचकर पैसे जुटाने की योजना पर काम कर रही है.उन्होंने कहा कि देश समाजवादी विचारकों महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, लोहिया और जयप्रकाश नारायण के अनुरूप संचालित होने के बजाय आरएसएस के विचारों पर जो गरीबों, वंचितों और मजदूरों के शुरू से खिलाफ रही है उसके अनुरूप चलाने की कोशिश की जा रही है. 

उन्होंने आरएसएस को गरीब, मजदूर और किसान विरोधी बताते हुए कहा कि आरएसएस के लोग जब भाखड़ा नांगल बांध बन रही थी तो किसानों को बरगलाने में व्यस्त थे कि इस बांध का पानी कृषि के लिए हानिकारक है.उन्होंने कहा कि 2015 में चलंत करेंसी जहां 17.9 लाख करोड़ थी वहीं 2016 से 2021 में यह 27 लाख करोड़ रुपये हो चुकी है.यह दस लाख करोड़ की करेंसी का इजाफा कालेधन पर मोदी सरकार की नाकामी है.2014 में जहां देश पर 54.9 लाख करोड़ रूपये का कर्ज था वहीं वर्तमान में इस सरकार के दौरान 100 लाख करोड़ तक पहुंच चुकी है. 

पेट्रोल डीजल पर सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि जब प्रति बैरल तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में ज्यादा थी फिर भी कांग्रेस शासन में सेंट्रल एक्साइज जहां पेट्रोल पर 9.48 रुपये थी और डीजल पर मात्र 3.50 रुपये थी वहीं वर्तमान में यह सरकार 32 रुपये से ज्यादा एक्साइज ड्यूटी ले रही है. 

कांग्रेस ने राइट टू एजुकेशन, राइट टू फूड, राइट टू इन्फॉर्मेशन का अधिकार देकर आम आदमी को शक्ति प्रदान करने का काम किया. वहीं वर्तमान सरकार द्वारा मजदूरों की हकमारी करके उनके अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रदत्त 8 घण्टे के कानून को भी खत्म करके 12 घण्टे कर दिया गया है.ट्रेड यूनियन निर्माण को भी इस सरकार ने सरकारी अधिकारियों के अधीन कर दिया है. कार्पोरेट टैक्स जहां इस सरकार में 25% है वहीं आम आदमी पर लगने वाला टैक्स 30% है.किसान विरोधी यह सरकार एमएसपी और मंडियों को समाप्त कर रही है. 

बिहार के किसानों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा जबकि उनकी आय बहुत कम है. उन्होंने यूपीए और कांग्रेस शासन काल को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस पब्लिक सेक्टर यूनिट में अपने शेयर बेचकर सम्पत्ति जुटाती थी जबकि मोदी सरकार सीधे राष्ट्रीय सम्पत्ति को बेच दे रही है. 

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड के प्रबंधन की भी जानकारी केंद्र की वर्तमान सरकार के पास नहीं है एयर अर्थव्यवस्था के मामले पर सरकार पूरी तरीके से फेल है. 

उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जेपी विश्वविद्यालय में जयप्रकाश नारायण पर आधारित विषय को भी जेपी के चेलों ने बन्द कर दिया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरीके से आरएसएस और भाजपा के हाथों की कठपुतली बनकर काम कर रहें हैं. 

उन्होंने कहा कि रोडवेज से लेकर रेलवे तक और एयरपोर्ट से लेकर बंदरगाहों तक को मोदी सरकार निजी हाथों में सौंप रही है. वहीं लाखों करोड़ों के टेलिकॉम सेक्टर से लेकर खनिज खदानों तक को बेच रही  है. 

उन्होंने कहा, " आजकल बिहार में कई यात्राएं निकाली जा रही हैं. फिलहाल सिर्फ सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों द्वारा ऐसा किया जा रहा है. कांग्रेस भी बिहार में यात्रा निकाले. पार्टी नेता जनता के हित के बातों को लेकर जानकारी देने के लिए यात्रा निकाले." सीएम नीतीश के पीएम मटेरियल वाले बयान पर उन्होंने कहा, " अगर नीतीश कुमार होते तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ क्यों होते हैं." 

संवाददाता सम्मेलन में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि केंद्र की सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए देशहित के विरुद्ध कार्यक्रम बनाकर राष्ट्रीय सम्पत्ति को बेच रही है. 

संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंदन बागची, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, श्याम सुंदर सिंह धीरज, डॉ समीर कुमार सिंह,  विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, प्रेमचन्द्र मिश्रा,मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, पूनम पासवान, ब्रजेश प्रसाद मुनन, कुमार आशीष, असित नाथ तिवारी,स्नेहाशीष वर्धन आदि प्रमुख नेता उपस्थित रहें. 


 

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