आलोक कुमार
पटना.चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बिहार चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में मतदान शनिवार को 57.58 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो पिछले दो चरणों के मतदान प्रतिशत से अधिक था. 8 जिलों में अपडेट किए गए पोल पैनल के आंकड़ों के अनुसार, 15 जिलों में फैली 78 सीटों पर तीसरे चरण के मतदान में कुल मतदान 57.58 प्रतिशत रहा.
बिहार चुनाव में इस बार रोजगार और कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों के लौटने समेत कई मुद्दे छाए रहे.जहां एक तरफ तेजस्वी यादव ने नौकरी के वादों से युवाओं को आकर्षित किया तो वहीं सीएम नीतीश ने अपनी सरकार के विकास कार्यों के उदाहरण गिनाए.चुनाव प्रचार के दौरान जेडीयू-बीजेपी गठबंधन और महागठबंधन के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली.सत्तारूढ़ गठबंधन ने बार-बार यह कहकर आरजेडी को घेरा कि लालू और राबड़ी के राज में बिहार में कैसे 'जंगलराज' था. हालांकि जनता किस पर भरोसा करेगी, इसके लिए 10 नवंबर तक का इंतजार करना होगा. हां, आज चुनाव परिणाम की तस्वीर एग्जिट पोल से जरूर स्पष्ट हो जाएगी.
रिपब्लिक भारत और जन की बात के एक्जिट पोल में बड़ी बात सामने आई है. बिहार चुनाव में एनडीए से चुनाव लड़ने वाली एलजेपी ने जेडीयू को करीब 25 सीटों पर नुकसान पहुंचाया है.R Bharat और जन की बात के सर्वे में NDA को 37-39 फीसदी वोट, महागठबंधन को 40-43 फीसदी वोट, LJP को 7-9 फीसदी वोट, अन्य को 9-11 फीसदी वोट, HAM को 1.5-2 फीसदी वोट का अनुमान है.
TV9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल में महागठबंधन को 120 सीटों का अनुमान जताया गया है.बीजेपी-जेडीयू के एनडीए गठबंधन को 115 सीटें जाती दिख रही हैं.चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी को 4 सीटें और अन्य के खाते में भी 4 सीटें जाने का अनुमान है.
बिहार चुनाव को लेकर Today's Chanakya के सर्वे में महागठबंधन को बंपर सीटें जाती दिख रही हैं. सर्वे में तेजस्वी के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 180 सीटें आने का अनुमान जताया गया है.एनडीए को 55 सीटें और अन्य के खाते में 8 सीटें जाती दिख रही हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर टाइम्स नाउ- C Voter के सर्वे में सत्ताधारी एनडीए और आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है. सर्वे में एनडीए को 116 और महागठबंधन को 120 सीटों का अनुमान जताया गया है. एलजेपी को 1 सीट और अन्य को 6 सीटें जा रही हैं.
एबीपी न्यूज- सीवोटर के सर्वे में NDA को 104-128, महागठबंधन को 108-131 सीटें एबीपी न्यूज- सी वोटर के सर्वे में एनडीए गठबंधन के खाते में 104 से 128 सीटें जा रही हैं. आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 108 से 131 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.एलजेपी को 1-3 सीटें और अन्य को 4-8 सीटों का अनुमान जताया गया है.
इंडिया टुडे एक्सिस -माई इंडिया ग्रुप ने तीन चरणों वाले 243 विधानसभा सीटों के एग्जिट पोल किये. 63081 वोटर उत्तरदाता थे.इस एग्जिट पोल में महागठबंधन का बोलबाला देखा जा रहा है. उत्तरदाताओं ने 42% विकास,30% बेरोजगारी,11% मंहगाई, 03% पीएम की छवि, 03% राजनीति दल और 02 %स्थानीय नेता को मुद्दा पर वोटिंग किया है.
इस एग्जिट पोल में सीएम के रूप में बिहार के 44% लोगों ने तेजस्वी को सीएम के रूप में पसंद किया है.नीतीश कुमार को 35 % लोगों ने सीएम के तौर पर पसंद किया है.चिराग पासवान को 7 % लोगों ने पसंद किया है.उपेंद्र कुशवाहा को 4 % लोगों ने पसंद किया. सुशील मोदी को सिर्फ 3 % लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में पसंद बताया है. जीतनराम मांझी को सिर्फ 1 % लोगों ने ही पसंद किया है. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के सर्वे के अनुसार एनडीए को 42 % और महागठबंधन को 43 % महिला मतदाताओं ने वोट किये. 37% और 44% पुरूष मतदाताओं ने वोट किये.इसके साथ ही बेरोजगारी के नाम पर 30 फीसदी लोगों ने वोट दिया है.
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार तेजस्वी यादव की लहर में एनडीए को बड़ा झटका लगा है.चुनाव नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल में महागठबंधन बिहार में सरकार बनाती नजर आ रही है.इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक महागठबंधन को अधिकतम 161 मिलने की उम्मीद है, जबकि सरकार बनाने के लिए मैजिक नंबर सिर्फ 122 है.वहीं एनडीए इस बार बिहार की जनता का भरोसा जीतने में नकाम साबित हुई है, इस बार जदयू+बीजेपी गठबंधन 100 से भी कम सीटों पर सिमट सकता है.
2015 के बिहार चुनाव में सबसे ज्यादा 25% वोट शेयर भाजपा का था, लेकिन सीटें 53 ही जीत सकी थी.2010 के मुकाबले भाजपा का वोट शेयर 8% तक बढ़ा था, लेकिन सीटें घट गई थीं. 2010 में भाजपा ने 16.5% वोट शेयर के साथ 91 सीटें जीती थीं. महागठबंधन के साथ लड़े नीतीश की जदयू 17.3% वोट शेयर के साथ 71 सीटें ही जीत सकी थी.वहीं, 18.8% वोट हासिल करने वाली राजद को 81 सीटें मिली थीं.फिलहाल, बिहार विधानसभा में एनडीए के पास 130 सीटें हैं.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments