किसानों की आय देश में सबसे कम क्यों?

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

किसानों की आय देश में सबसे कम क्यों?

पटना.भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और श्रद्धेय किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी की जयंती पर शत्-शत् नमन व कोटि-कोटि प्रणाम.राजद कार्यालय में किसानों के मसीहा एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयंती किसान दिवस के रूप में प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह की अध्यक्षता में मनायी गयी. इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने कहा कि चौधरी साहब सच्चे अर्थों में किसानों के नेता थे. उन्होंने आजीवन किसानों के हित में कार्य किया. उन्होंने किसानों की बदहाली की चर्चा करते हुए कहा कि आज देश और प्रदेश का भरण-पोषण करने वाला किसान फटेहाल और लाचार है.2006 में नीतीश कुमार और बीजेपी ने मंडी क़ानून समाप्त कर बिहार के किसानों को मज़दूर बना दिया. अब नीतीश-भाजपा तीन नए काले कृषि क़ानून लाकर किसानों से मज़दूर बने लोगों को भिखारी बनाना चाहते है.


1970-71 में देश में गेहूँ का  76 रुपये था, आज क्या है यह सब जानते हैं.जबकि 1970 के मुकाबले देश में हर व्यवसाय या नौकरी से होने वाली आमदनी अथवा वेतन में या किसी समान के मूल्य में 250 से 450 गुणा तक वृद्धि हुई है लेकिन किसानों की फसलों के मूल्य में इतनी गुणा वृद्धि क्यों नहीं?


जब तक किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होगी तब तक देश की प्रगति संभव नहीं है.देश की समृद्धि का रास्ता खेत-खलिहानों से होकर गुजरता है.किसानों की दशा सुधरेगी तो देश सुधरेगा.


बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि 15 सालों में सीएम नीतीश ने बिहार को बर्बाद कर दिया। किसानों को मजदूर और भिखारी बना दिया। सीएम नीतीश चुप क्यों हैं?बिहार के किसानों की आय देश में सबसे कम क्यों? 16 वर्षों के मुख्यमंत्री और बीजेपी जवाब दें.

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि नौजवानों को बेरोजगार बना दिया. आज बिहार के सरकारी शिक्षकों की क्या स्थिति है, यह किसी से छुपी हुई नहीं है.किसान आंदोलन पर चर्चा करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि छोटी-छोटी बातों पर ट्वीट करने वाले पीएम और सीएम नीतीश कुमार इतने दिनों से आंदोलन चल रहा है फिर भी मुंह से एक शब्द नहीं निकाले.

बता दें कि कृषि कानून वापसी की मांग को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच आज किसान दिवस 2020 मनाया गयी. 23 दिसंबर 1902 को भारत के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म हुआ था. पीएम पद पर रहते हुए चौधरी चरण सिंह ने किसानों के जीवन और स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की थी.

इस वजह से भारत सरकार ने साल 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाने का फैसला किया था. किसान परिवार से आने वाले चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से लेकर 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे. चौधरी चरण सिंह देश के ऐसे किसान नेता थे, जिन्होंने देश की संसद में किसानों के लिए आवाज बुलंद की थी.

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :