नरेंद्र चंचल को आशा और अवतार फिल्म में वैष्णो देवी के लिए गाए भक्ति गीतों, जगरातों और माता की भेंटों ने समूचे उत्तर भारत में भगवती जागरण समारोहों का सुपरस्टार बना दिया था . लेकिन उस लोकप्रियता से भी पहले अमिताभ बच्चन और मौसमी चटर्जी की फिल्म बेनाम के लिए गाया उनका गाना "मैं बेनाम हो गया" उनकी बुलंद आवाज़ , खुले गले और ऊंचे सुर की अमिट छाप छोड़ चुका था. बेनाम फिल्म तो नहीं चली लेकिन वो गाना ऐसा हिट हुआ कि आज भी संगीत प्रतियोगताओं में युवा प्रतियोगी सुरों पर अपनी महारत साबित करने के लिए उसे गाते हैं. बॉबी फिल्म में राजकपूर ने उनसे शानदार गाना 'बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो' गवाया तो मनोज कुमार ने रोटी, कपड़ा और मकान में महंगाई पर गाने में उनकी आवाज़ का बेहतरीन इस्तेमाल किया. नरेंद्र चंचल भगवती जागरण की गायकी के ज़रिये लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचे थे . उनका दिखाया रास्ता पकड़ कर सोनू निगम से लेकर नेहा कक्कड़ तक फिल्मी गायकी में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं. चंचल अपनी शैली के महारथी थे. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भजन सम्राट नरेन्द्र चंचल के निधन पर गहरा शोक जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार के लिए प्रार्थना की है.
भजन सम्राट नरेंद्र चंचल (80वर्ष) पिछले लम्बे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले तीन दिनों से उनका इलाज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में चल रहा था। आज 22 जनवरी 2021 को दोपहर करीब 12.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. उन्होंने कई प्रसिद्ध भजनों के साथ हिंदी फिल्मों में भी गाने गाए हैं.
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