आलोक कुमार
मुजफ्फरपुर.आल इंडिया स्टूडेन्स एसोसिएशन (आइसा) व इंकलाबी नौजवान सभा(इनौस) के बैनर तले आइसा-इनौस की शिक्षा-रोजगार यात्रा के दौरान शहर सहित प्रखंडों में कई जगह जनसभा आयोजित हुई.रोजगार यात्रा में इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व माले विधायक मनोज मंजिल तथा महासचिव नीरज कुमार शामिल. 19लाख रोजगार- मांग रहा युवा बिहार तथा नये बिहार का तीन आधार-शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार अभियान के तहत पटना से 7 फरवरी से 15 फरवरी तक निकली शिक्षा- रोजगार यात्रा मुजफ्फरपुर पहुंची. इस अवसर पर जीरो माइल स्थित शहीदेआजम भगत सिंह तथा मिठनपुरा स्थित शहीद जुब्बा सहनी की प्रतिमा पर छात्र-नौजवान नेताओं ने माल्यार्पण कर शिक्षा-रोजगार के लिए आंदोलन तेज करने का संकल्प भी लिया.
इस दौरान यात्रा में शामिल इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भोजपुर से माले विधायक मनोज मंजिल ने शहीद जुब्बा सहनी स्मारक स्थल पर आयोजित रोजगार सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 19 लाख रोजगार के लिए आगामी 1मार्च को बिहार के हजारों छात्र-नौजवान विधानसभा का घेराव करेंगे. विधान सभा चुनाव में रोजगार प्रमुख मुद्दा बना था. लेकिन नीतीश सरकार छात्र-नौजवानों को रोजगार देने के प्रति गंभीर नहीं है.मोदी सरकार द्वारा हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की घोषणा छलावा साबित हुआ है.
देश और बिहार के नौजवान सबसे ज्यादा बेरोजगारी की मार झेल रहें हैं.लेकिन मोदी सरकार रोजगार देने के बदले सरकारी संसाधनों और उद्योग-धंधों को अडानी-अंबानी तथा देशी-विदेशी काॅरपोरेट घरानों के हाथों बेच रही है.कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के बाद बेरोजगारी के बढ़ते संकट को मोदी-नीतीश सरकार की नीतियों ने और भी बढ़ा दिया है. लेकिन सरकार की हर घोषणा जुमलेबाजी साबित हो रही है.आत्मनिर्भर भारत का नारा नौजवानों के साथ धोखाधड़ी है.
उन्होंने आगे कहा कि अभी हमारा देश एक जुझारू किसान आंदोलन के दौर से गुजर रहा है.महीनों से लाखों-लाख किसान खेती-किसानी बचाने तथा तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए अभूतपूर्व आंदोलन में शामिल हैं. हम छात्र-नौजवान भी किसान आंदोलन और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं.
रोजगार यात्रा सभा को संबोधित करते हुए नौजवान सभा के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी की दर भारत के अन्य राज्यों से भी ज्यादा है. नौकरी के नाम पर नौजवानों को संविदा, मानदेय, और ठेका सिस्टम में धकेला जा रहा है. आंदोलन करने पर उन्हें इससे भी बंचित करने की धमकी नीतीश सरकार दे रही है. बड़ी संख्या में नौजवान पलायन करने को मजबूर हैं और भारी परेशानियों से जूझ रहें हैं. लेकिन अब छात्र- नौजवान अपने भविष्य के लिए किसान आंदोलन की तरह आरपार की लड़ाई की तैयारी में जुट गए हैं. बिहार में जारी शिक्षा-रोजगार यात्रा और 1मार्च को बिहार विधानसभा का घेराव रोजगार आंदोलन का मजबूत आगाज साबित होगा.
यात्रा में शामिल आइसा के राज्य सह सचिव संदीप चौधरी, पप्पू कुमार, प्रिंस कुमार, दीपक कुमार, विकेश कुमार, शहनवाज, सौरभ कुमार, फैजान अख्तर, इनौस के शफीकुर रहमान, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष आफताब आलम, जिला अध्यक्ष फहद जमां, प्रवक्ता असलम रहमानी, ऐक्टू के मनोज यादव, परशुराम पाठक, सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता ललितेश्वर मिश्र, गुप्तेश्वर प्रसाद सहित अन्य छात्र-नौजवान कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया.
इसके पहले गायघाट में बेनीबाद, बोचहां में शर्फुद्दीनपुर व पटियासा,औराई में सहिला बल्ली में भी यात्रा के दौरान रोजगार सभा का आयोजन हुआ.इन सभाओं को भी इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधायक मनोज मंजिल, महासचिव नीरज कुमार, आइसा नेता संदीप चौधरी सहित माले नेता जितेन्द्र यादव, रामनंदन पासवान, शत्रुघ्न सहनी, रामबालक सहनी, वीरेंद्र पासवान , मो. जमशेद व अन्य ने संबोधित किया.
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