कुलपति के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान

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कुलपति के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान

पूसा.अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं की बैठक प्रखंड के कैजिया विष्णुपुर गांव में हुई. बैठक की अध्यक्षता किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष किशोर राय ने की.इसमें पर्यवेक्षक के रूप में भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार उपस्थित थे. 

बैठक में डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान गांव- गांव में चलाने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा कुलपति की मनमानी, तानाशाही, नियुक्तियों में धांधली व भ्रष्टाचार को गांव - गांव में किसान-मजदूर, छात्र नौजवानों तक अभियान चलाकर उजागर करने पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. 
 पर्यवेक्षण कर रहे भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि  कुलपति जी , पूसा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क बनाकर के विवि के कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं। जबकि विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों जिनके बच्चें बारहवीं तक पढ़ रहे हैं, का ट्यूशन फीस लगभग 8-10 करोड़ रूपया बकाया है. जैसा कि विश्वविद्यालय को केंद्रीयकृत करने के पश्चात उक्त भुगतान करना था. 


अगर यह मान कर चले कि केवल 300 कर्मचारी ही योग्य हैं उक्त लाभ के लिए तो प्रत्येक कर्मचारी को प्रत्येक बच्चें के लिए एक साल में 27 हजार (2 बच्चें पर 54 हजार) जो पिछले 5 साल से बाकी है. लगभग 8-10 करोड़ बकाया है. जबकि कुलपति ने निर्माण व योजनाओं के नाम पर पिछले पांच सालों में करोड़ों रूपये खर्च किए है. जिसका शायद ही भुगतान बाकी हो. क्योंकि उससे उनको कमीशन आना होता है, ऐसी चर्चा पूसा में है.तो फिर ये 8-10 करोड़ रूपया कर्मचारियों को भुगतान करने में कुलपति को क्या दिक्कत है? 
      

कभी कभी तो कंपनियों का भुगतान करने के चक्कर में कर्मचारियों की सैलरी भी रोक दी जाती है.और चर्चा है कि बैंक से लोन लेकर कर्मचारियों की सैलरी का भुगतान किया जाता है जैसा कि इस बार किया गया है. 

केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा का लाभ कुलपति कर्मचारियों को दें वरना कर्मचारी भी हमारे आंदोलन में शामिल हो सकते हैं. बैठक में किसान महासभा के प्रखंड सचिव रविन्द्र सिंह, राजाराम सिंह,श्यामकुमार सिंह, रामवृक्ष पासवान, रामबाबू सिंह, सतीश कुमार सिंह, अमरेश कुमार सिंह, शंकर सिंह, रामकुमार पासवान, अजय पासवान, मुन्नी देवी, सरिता देवी, बिंजू देवी, रिंकू देवी इत्यादि मौजूद थीं.

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