गया. कोरोना वॉरियर्स की खैर नहीं है. इस जिले के 19927 कोरोना वॉरियर्स को कोविशील्ड वैक्सीन देने का लक्ष्य था. इसके विरूद्ध केवल 13259 ही वैक्सीन लिये.इस तरह 6668 लक्ष्य से पीछे रह गये.इनको अगले 2 दिनों में टीका लगवाना सुनिश्चित करने को कहा गया. यदि कोई टीका नहीं लगवाता है, तो उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा.संबंधित का तत्काल वेतन रोकते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित बैठक का आयोजन कर गया जिले में सफलतापूर्वक टीकाकरण अभियान को और अधिक प्रभावी तरीके से आयोजित करने का निर्देश दिया गया.
बैठक में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जो भी स्वास्थ्य कर्मी यथा चिकित्सक, स्वास्थ्य वर्कर, आईसीडीएस के पदाधिकारी/कर्मी यथा सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षक, सेविका/सहायिका, जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लिया है, वे अगले 2 दिनों में टीका लगवाना सुनिश्चित करेंगे.यदि कोई टीका नहीं लगवाता है, तो उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा.संबंधित का तत्काल वेतन रोकते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
उक्त बातें जिले में सफलतापूर्वक कोविड टीकाकरण अभियान को और अधिक प्रभावी तारीके से लागू करने को लेकर आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कही.जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, आईसीडीएस को निदेश दिया कि आज ही सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के साथ बैठक कर स्वयं एवं अपने अधीनस्थ महिला पर्यवेक्षक, सेविका/सहायिका को टीका लगाने हेतु प्रेरित करें और दो दिन के अंदर सभी को टीका लगवाना सुनिश्चित करें.यदि कोई टीका लेने को मना करे तो उनसे लिखित में देना होगा.
*टीकाकरण से संबंधित जानकारी प्राप्त करने हेतु 1095 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।* बैठक में सिविल सर्जन, अपर समाहर्ता, श्री मनोज कुमार, डीपीएम स्वास्थ्य, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, आईसीडीएस, जिला पंचायत राज पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.264 लोगों को इमामगंज पीएचसी में वैक्सीन दिया गया.20 लोगों को बांकेबाजार पीएचसी में वैक्सीन दिया गया.गया में लक्ष्य 19927 के विरूद्ध 13259 ही वैक्सीन लिये.
बताते चले कि झारखंड के कोडरमा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों के कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगवाने के संबंध में जारी एक आदेश पर विवाद बढ़ने के बाद आदेश वापस ले लिया गया है.आदेश में सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी दी गई थी कि अगर उन्होंने टीका नहीं लगवाया तो उनका वेतन रोक दिया जाएगा.
झारखंड के कोडरमा जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला स्वास्थ्य समिति की मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी पार्वती कुमारी नाग और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमओ डा. अभय भूषण प्रसाद की ओर से 16 जनवरी को जारी हुआ. एक आदेश आज स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को दिया गया जिसमें चेतावनी देते हुए लिखा था, ‘‘कार्यालय आदेश ज्ञापांक 90, कोडरमा दिनांक 15-01-2021 के निर्देशानुसार जो सरकारी सेवक कोविड-19 का टीका नहीं लगाये हैं, वे शीघ्र कोविड-19 टीका लगायें.कोविड-19 का टीकाकरण नहीं लेने की स्थिति में अगले आदेश तक संबन्धित सरकारी सेवकों का वेतन अवरुद्ध रहेगा.लिये गये टीकाकरण का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के पश्चात ही वेतन भुगतान किया जायेगा.'’
इस सरकारी आदेश के जारी होते ही इसका विरोध प्रारंभ हो गया और जब मामले ने तूल पकड़ लिया तो इसे वापस ले लिया गया.
इस संबन्ध में कोडरमा स्वास्थ्य विभाग के अनेक कर्मियों ने आदेश की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें यह आदेश प्राप्त हुआ है जिससे कर्मियों में भारी रोष है.
झारखंड के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि इस तरह का आदेश निकाला गया था लेकिन इसे वापस ले लिया गया है.यह पूछे जाने पर कि इस संबन्ध में विभाग ने संबद्ध लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है, स्वास्थ्य सचिव ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
सूत्रों ने बताया कि टीकाकरण के पहले दिन कोडरमा जिले के दोनों केन्द्रों पर सौ-सौ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था लेकिन जब लोग कम संख्या में पहुंचे तो दबाव डालने के लिए यह आदेश जारी किया गया लेकिन इस आदेश के बाद भी 200 के स्थान पर सिर्फ 139 लोगों ने ही टीकाकरण करवाया.
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